श्री राम का जन्मस्थान अयोध्या, भारत (भारत) में स्थित है। अयोध्या उत्तर प्रदेश राज्य के पश्चिमी भाग में स्थित एक प्राचीन शहर है। हिंदू धर्म के इतिहास में अयोध्या एक महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि यह भगवान राम की जन्मभूमि के रूप में प्रसिद्ध है।
प्राचीन हिंदू महाकाव्य रामायण के अनुसार, भगवान राम का जन्म अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के घर में हुआ था। रामायण में अयोध्या की घटनाओं का उल्लेख है, जिनमें भगवान राम का जन्म, उनका वनवास, सीता माता की मृत्यु, लंका यात्रा और रावण की मृत्यु आदि की घटनाएँ शामिल हैं।
अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थान के नाम से एक प्रसिद्ध मंदिर था, लेकिन समय के साथ इस मंदिर के साथ विभिन्न घटनाएं हुईं और मंदिर नष्ट हो गया। भारत सरकार ने 2020 में राम जन्मभूमि पर नया मंदिर बनाने का फैसला किया और मंदिर का निर्माण शुरू हो गया। अयोध्या में भगवान राम के जन्म स्थान पर राम मंदिर बनाया गया है और यह स्थान हिंदू भक्ति और संस्कृत दर्शन से भरा है।
हिंदू धर्म के अनुरूप, भगवान राम विष्णु के एक अवतार हैं। विष्णु पुराण, भागवत पुराण, रामायण और महाभारत जैसे प्राचीन धार्मिक ग्रंथों में भगवान राम को विष्णु के अवतार के रूप में वर्णित किया गया है।
विष्णु एक प्रमुख देवता हैं, और उनका संकल्प लोक कल्याण के लिए अवतार लेने का होता है। दशावतार, या विष्णु के दस अवतार, हिंदू धर्म में प्रसिद्ध हैं। भगवान राम दशावतार के साथ एक अवतार हैं, और उनका जन्म त्रेता युग में हुआ था।
भगवान राम का उपदेश अधर्म का संपूर्ण नाश करके धर्म को स्थापित करना था। उनकी जीवन कथा, जैसे रामायण के रूप में जाना जाता है, उनकी पत्नी सीता माता के हरण से लेकर लंका यात्रा तक को व्यक्ति को धार्मिक और मर्यादा-पुरुषोत्तम जीवन के मार्ग पर चलने के लिए सिखाता है।
इस प्रकार, भगवान राम का अवतार लेना विष्णु के लीलाओं का एक अंग है, जिसकी भक्ति और धार्मिक अध्ययन में महत्व दिया जाता है।